इस बार महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है जिसने तमिलनाडु को पीछे छोड़ दिया है. पहले दूसरा स्थान तमिलनाडु का था. इंडेक्स में तमिलनाडु के बाद तेलंगाना, केरल, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश और पंजाब का नाम है.
नीति आयोग ने बुधवार को ‘इंडिया इनोवेशन इंडेक्स’ (भारत नवाचार सूचकांक) जारी कर दिया. बुधवार को जारी किया गया इंडेक्स दूसरा एडिशन है. इस इंडेक्स में राज्यों की इनोवेशन (नवाचार यानी कि कुछ नया करना) क्षमता और परफॉरमेंस के बारे में जानकारी दी जाती है. इससे पहले अक्टूबर 2019 में पहला इंडेक्स जारी किया गया था. इंडेक्स की सूची में दिल्ली को पहला स्थान मिला है. जबकि देश के सभी बड़े राज्यों में कर्नाटक का स्थान पहला है.
इस बार महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है जिसने तमिलनाडु को पीछे छोड़ दिया है. पहले दूसरा स्थान तमिलनाडु का था. इंडेक्स में तमिलनाडु के बाद तेलंगाना, केरल, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश और पंजाब का नाम है. केंद्र शासित प्रदेशों में उत्तर-पूर्वी राज्य और पहाड़ी राज्य, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश शीर्ष रैंकिंग में शामिल हैं. चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश ने भी इनोवेशन के मामले में अच्छा रोल निभाया है.
कोरोना का असर
इंडेक्स के बारे में नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा, दुनिया में जब कोरोना महामारी का संकट गंभीर है, ऐसे में इनोवेशन का महत्व और बढ़ गया है. उच्च उत्पादन और आर्थिक वृद्धि के लिए इनोवेशन की बहुत जरूरत है. इसके साथ ही कोरोना काल के बाद के समय में इनोवेशन का महत्व और बढ़ जाता है. इस दिशा में केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई योजनाएं जैसे कि अटल इनोवेशन मिशन, स्टार्टअप इंडिया जैसे स्कीम अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
पिछली बार अक्टूबर 2019 में इनोवेशन इंडेक्स जारी किया गया था. इनोवेशन की क्षमता आंकने के लिए इसे एक बड़े प्रयास के रूप में देखा जाता है. पिछली बार के बाद कोरोना के बाद दुनिया में एक बड़ा बदलाव आया है. कोरोना की वजह से अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हुआ है. ऐसे में इनोवेशन ही एक जरिया है जो अर्थव्यवस्था को मजबूत बना सकता है.
इंडेक्स में राज्यों की रैंकिंग कई तथ्यों पर निर्धारित की जाती है. इसके लिए अंतरराष्ट्रीय पैरामीटर्स को भी ध्यान में रखा जाता है. इंटरनेशल पैरामीटर्स के नजरिये से इनोवेशन को देखा जाता है. रिसर्च और डेवलपमेंट में कितना खर्च होता है और इसका भारत की अर्थव्यवस्था में कितना योगदान है, इन सभी बातों का खयाल रखा जाता है.
इंडेक्स का उद्देश्य
इनोवेशन इंडेक्स का उद्देश्य भारत में इनोवेशन के लिए सही माहौल तैयार करना है. इनोवेशन के आधार पर ही राज्यों में अवसरों और चुनौतियों की पहचान की जाती है. फिर चुनौतियों को देखते हुए उससे निपटने की योजनाओं पर काम होता है. इनोवेशन को बढ़ावा देकर सरकारी नीतियों को मजबूत करने में सुविधा मिलती है. इंडेक्स के आधार पर ही राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की रैंकिंग तय की जाती है. इस रैंकिंग के आधार पर राज्यों को सहायता और मदद की रूपरेखा खींची जाती है. रैंकिंग से निवेश का मजबूत माहौल बनता है जिसका असर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखा जाता है.